असम के श्रीभूमि (पाथरकांडी) इलाके में असम पुलिस ने दो आरोपियों—बुर्हान उद्दीन (38) व फैज़ुर रहमान (38)—को गिरफ्तार किया है, जो मृतक भारतीय नागरिक फारूक अहमद की पहचान का उपयोग कर बांग्लादेशी नागरिक के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाने में शामिल थे । पासपोर्ट आवेदन फारूक अहमद के नाम से किया गया था, लेकिन सत्यापन में पता चला कि तारीख और दस्तावेज़ों में घोर भिन्नता थी।
जांच में यह भी सामने आया कि जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और PAN कार्ड—all forged—मृतक के नाम पर बनाए गए थे, ताकि बांग्लादेशी नागरिक को भ्रामक तरीके से भारतीय नागरिक दिखाकर पासपोर्ट मिलेगा । इस घटना से पता चलता है कि किस तरह मृत व्यक्ति की पहचान का दुरुपयोग करके अंतर्राष्ट्रीय धोखाधड़ी की योजनाएं तैयार की जाती हैं।
पुलिस ने आरोपियों से फर्जी दस्तावेजों की भारी मात्रा बरामद की है, और दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अधिकारी अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं, ताकि जालसाजी नेटवर्क का खुलासा किया जा सके और यदि इसमें सरकारी कर्मचारियों की भी संलिप्तता हो, तो उस पर भी कार्रवाई की जा सके।