उत्तराखंड में पंचायती चुनाव को लेकर इस बार मतदाताओं में गजब का जोश देखने को मिल रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में हुए पहले चरण के मतदान में ग्रामीण क्षेत्रों की जनता ने भारी संख्या में मतदान केंद्रों का रुख किया। निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतदान प्रतिशत 70 फीसदी से ऊपर पहुंचने की संभावना है, जो पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक माना जा रहा है।
वर्ष 2019 के पंचायत चुनावों में कुल मतदान लगभग 66 प्रतिशत दर्ज किया गया था। इस बार कई जिलों में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी विशेष रूप से बढ़ी है। रुद्रप्रयाग, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जैसे जिलों में मतदान केंद्रों के बाहर सुबह से ही लंबी कतारें देखी गईं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुआ। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार मतदाताओं की सक्रियता स्थानीय विकास और पारदर्शी शासन की उम्मीदों से जुड़ी हुई है। पंचायत चुनाव के नतीजों से ग्रामीण राजनीति की दिशा तय होगी।