उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (UTDB) ने दिसंबर 2022 में मसूरी के पास स्थित जॉर्ज एवरेस्ट एस्टेट में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निविदा जारी की थी। इस परियोजना के तहत 142 एकड़ भूमि, पांच लकड़ी के हॉटल, एक कैफे, दो संग्रहालय, एक वेधशाला, पार्किंग, रास्ते और एक हेलिपैड विकसित किए गए थे। इसके बदले में चयनित ऑपरेटर से केवल ₹1 करोड़ वार्षिक शुल्क लिया गया था। हालांकि, एक जांच में यह सामने आया कि इस निविदा में भाग लेने वाली तीनों कंपनियों के शेयरधारक एक ही व्यक्ति—आचार्य बालकृष्ण थे, जो पंतजलि आयुर्वेद लिमिटेड के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं।
रिकॉर्ड्स के अनुसार, बालकृष्ण ने प्रकृति ऑर्गेनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और भरुवा एग्री साइंस प्राइवेट लिमिटेड में 99% से अधिक हिस्सेदारी रखी। तीसरी कंपनी, राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड में निविदा के समय उनकी हिस्सेदारी 25.01% थी, जो बाद में बढ़कर 69.43% हो गई। इसके अलावा, बालकृष्ण से जुड़ी अन्य कंपनियों ने भी राजस एयरोस्पोर्ट्स में हिस्सेदारी खरीदी, जिससे उनकी कुल हिस्सेदारी 69.43% तक पहुंच गई।
निविदा नियमों के तहत, यह आवश्यक था कि निविदाकारों ने यह घोषणा की हो कि उन्होंने किसी अन्य निविदाकार के साथ मिलकर या साजिश करके निविदा में भाग नहीं लिया है। हालांकि, जांच में यह पाया गया कि तीनों कंपनियों के बीच एक ही शेयरधारक होने के कारण यह नियम उल्लंघित हुआ। इससे निविदा प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।