बेंगलुरु, 5 जुलाई 2025 — अभिनेता कमल हासन द्वारा “कन्नड़ तमिल से जन्मी है” कहे जाने के बाद उत्पन्न विवाद के चलते बेंगलुरु की एक सिविल कोर्ट ने उन पर कन्नड़ भाषा, साहित्य, भूमि और संस्कृति के प्रति अपमानजनक या श्रेष्ठता जताने वाले किसी भी बयान पर रोक लगा दी है । यह आदेश कन्नड़ साहित्य परिषद के अध्यक्ष महेश जोशी की याचिका पर पारित किया गया जिसमें अभिनेता से अपमानजनक टिप्पणी बंद करने की मांग की गई थी ।
कोर्ट ने актिग्रहण (ex parte interim injunction) आदेश जारी करते हुए कहा कि हासन किसी भी प्रकार का अपमानजनक पोस्ट, बयान या प्रकाशन नहीं कर सकते हैं, जिसमें कन्नड़ के खिलाफ भाव व्यक्त हो । साथ ही, कोर्ट ने उन्हें अगली सुनवाई के लिए 30 अगस्त को बेंगलुरु में उपस्थित रहने का निर्देश भी दिया है ।
कमल हासन का यह विवाद उनके आगामी फिल्म ‘Thug Life’ के ऑडियो लॉन्च के दौरान हुआ, जब उन्होंने कहा कि “कन्नड़ तमिल से जन्मी है” । कर्नाटक में इस बयान के बाद कई कन्नड़ समूहों ने विरोध जताया तथा फिल्म की स्थिति विवादास्पद बना दी । हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म को कर्नाटक में रिलीज़ की इजाज़त दे दी थी, लेकिन विवाद अभी शांत नहीं हुआ ।
इस रोक के साथ अदालत ने स्पष्ट कर दिया है कि भाषा या संस्कृति को लेकर संवेदनशील बयानबाज़ी सीमावर्ती होगी और किसी भी कार्यकारी व्यक्ति को ऐसी टिप्पणियों से परहेज़ करना चाहिए।