बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच चुनाव आयोग की निगरानी टीमों ने 6 अक्टूबर से अब तक ₹33.97 करोड़ मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स और चुनावी मुफ्त सामग्री जब्त की है।
चुनाव आयोग ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य मतदाताओं पर पैसों या अन्य प्रलोभनों से दबाव डालने की प्रवृत्ति को रोकना है। विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियां — जैसे राज्य पुलिस, excise विभाग, आयकर विभाग, सीमा शुल्क एवं एनसीबी — मिलकर इस कार्रवाई में लगी हैं।
चुनाव आयोग ने “Election Seizure Management System (ESMS)” नामक एक ऑनलाइन प्रणाली भी सक्रिय की है, जिससे जब्तियों की रिपोर्ट रीयल-टाइम में दर्ज हो रही है। आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि सामान्य नागरिकों को जाँच या निरीक्षण के दौरान असुविधा नहीं होनी चाहिए।
चुनाव दो चरणों में — 6 और 11 नवंबर को — आयोजित होंगे, परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे। आयोग ने खर्च निगरानी के लिए “Expenditure Observers” को प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में तैनात किया है।
इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि बिहार में चुनाव प्रक्रिया “पैसे की शक्ति” का उपयोग नहीं होने देगी और निष्पक्षता बनाए रखी जाएगी।