उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू (H5N1) के प्रकोप के बाद राज्य सरकार ने सभी चिड़ियाघरों को बंद करने का आदेश दिया है। यह कदम जानवरों और पक्षियों के बीच संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए उठाया गया है। प्रदेश में बर्ड फ्लू के मामलों की संख्या बढ़ने के कारण, विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि संक्रमण और न फैले।
केंद्रीय प्राधिकरण ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए पांच सदस्यीय एक समिति का गठन किया है। यह समिति बर्ड फ्लू के प्रभाव, इसके प्रसार और बचाव उपायों पर समीक्षा करेगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करेगी कि संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित उपाय किए जाएं।
राज्य सरकार ने पशुपालन विभाग, वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, सरकार ने लोगों से यह अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध लक्षण वाले पक्षी से दूर रहें और स्वस्थ पक्षियों के संपर्क में रहें। बर्ड फ्लू का खतरा केवल पशु स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर हो सकता है, इसलिए सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।