चेन्नई में, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन के पोज गार्डन आवास पर भेजे गए बम धमकी संदेश को पुलिस और बम निरोधक दल की छानबीन के बाद झूठा पाया गया है।
घातक सामग्री की जांच के लिए तुरंत Bomb Detection and Disposal Squad (BDDS) को तैनात किया गया और पूरे परिसर की बारीकी से तलाशी ली गई। केवल कुछ संदिग्ध ईमेल नोटिस मिले, लेकिन कोई विस्फोटक या खतरनाक वस्तु नहीं पाई गई।
जानकारी के अनुसार, धमकी संदेश तमिलनाडु राज्य DGP कार्यालय को ईमेल के रूप में भेजा गया था, जिसकी जानकारी मिलते ही अधिकारी सक्रिय हो गए। फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियाँ मामले की गहन जांच कर रही हैं, स्रोत और धमकी भेजने वालों को पकड़ने का काम चल रहा है।
यह घटना इस समय की बढ़ती प्रवृत्ति से मेल खाती है, जहाँ सार्वजनिक और राजनीतिक व्यक्तियों को झूठे धमकी संदेश भेजे जाते हैं — एक तरह का साइबर धमकी अभियान।