छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई माओवादियों की मुठभेड़ में दो उग्रवादी मारे गए। यह मुठभेड़ उस दिन हुई एक बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है, जिसमें गारीबंद जिले में दस माओवादियों को ढेर किया गया था।
बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने माओवादियों के पास से हथियार, विस्फोटक सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद कीं। सुरक्षा बलों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद तलाशी अभियान जारी है, जिससे और भी माओवादियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
इससे पहले, गारीबंद जिले में एक अन्य मुठभेड़ में माओवादी संगठन के केंद्रीय समिति सदस्य मोडेम बालकृष्ण सहित आठ से दस माओवादियों को मारा गया था। बालकृष्ण, जो ओडिशा राज्य समिति के सचिव थे, पर एक करोड़ रुपये का इनाम था। उनकी हत्या को माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस वर्ष अब तक छत्तीसगढ़ में कुल 241 माओवादियों को अलग-अलग मुठभेड़ों में मारा गया है, जिनमें से 212 माओवादियों को बस्तर क्षेत्र में ढेर किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन कार्रवाइयों की सराहना करते हुए कहा है कि अगले साल 31 मार्च तक माओवादी आंदोलन को समाप्त कर दिया जाएगा।