छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में आज एक ऐतिहासिक घटना घटित हुई, जब 208 माओवादी उग्रवादियों ने 153 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया। यह आत्मसमर्पण राज्य सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई का परिणाम है। इसमें प्रमुख माओवादी नेता रूपेश और रानीता भी शामिल हैं, जिन्होंने अपने साथियों को मुख्यधारा में लौटने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा की उपस्थिति में जगदलपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में माओवादियों ने अपने हथियार राज्य पुलिस को सौंपे। इससे पहले, 16 अक्टूबर को 78 माओवादी, जिनमें 43 महिलाएं थीं, ने बस्तर के विभिन्न जिलों में आत्मसमर्पण किया था, और 15 अक्टूबर को 170 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके थे। इस प्रकार, पिछले दो दिनों में कुल 258 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को माओवादी उग्रवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम बताया और बस्तर और अबूझमाड़ को माओवादी आतंक से मुक्त घोषित किया। उन्होंने कहा कि यह आत्मसमर्पण माओवादी उग्रवाद के अंत की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।