तीन वकीलों–पंकजकुमार मिश्रा, नित्यानंद शर्मा, और आशीष राय–ने महाराष्ट्र नवीनीकरण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत शिकायती याचिका दाखिल की है। आरोप है कि ठाकरे ने “घृणा फैलाने वाले भाषण” दिए और सामाजिक तनाव को बढ़ावा दिया है, विशेषकर उत्तर भारतीयों व हिंदी-भाषियों के प्रति भेदभाव की प्रवृत्ति दिखाई गई।
याचिका में यह भी कहा गया है कि MNS के कार्यकर्ताओं ने उत्तर भारतीयों पर हमले, धमकी, और सामाजिक अपमान जैसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया है । वकीलों ने सरकार से ठोस कानूनी कार्रवाई की मांग की है और संविधान में निहित जीवन, स्वतंत्रता, समानता और अभिव्यक्ति की आज़ादी की रक्षा की अपील की है ।
यह मामला इस समय हिंदी‑मराठी भाषा विवाद की पृष्ठभूमि में आया है, जहाँ मराठी नीतियों को लेकर पहले राजनीतिक व सामाजिक विरोध-प्रदर्शन हो चुके हैं । यह याचिका यह स्पष्ट करती है कि शब्दों के हाशिये पर तनाव व हिंसा को लेकर उच्च न्यायालयों में भी बड़ी संवैधानिक बहस शुरू हो चुकी है।