भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. अनंता नागेश्वरन ने हाल ही में कहा कि वर्तमान आर्थिक संकेतक दर्शाते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद उच्च विकास पथ पर अग्रसर है। उन्होंने अशोका विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही, जहां उन्होंने ऊर्जा की उपलब्धता, रोजगार सृजन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, शिक्षा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की अप्रैल 2025 की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था 2025 में 6.2% और 2026 में 6.3% की दर से बढ़ने की संभावना है, जिससे यह अगले दो वर्षों तक दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।
नागेश्वरन ने यह भी उल्लेख किया कि भारत को मैक्रोइकोनॉमिक स्थिरता बनाए रखते हुए नवाचार-आधारित और समावेशी विकास की दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होंने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए व्यापार करने की लागत को कम करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
कुल मिलाकर, भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में मजबूत संकेतकों के साथ आगे बढ़ रही है, और सरकार की नीतियां इसे और सुदृढ़ करने की दिशा में कार्यरत हैं।