नई दिल्ली — वैश्विक संपत्ति प्रबंधन कंपनी Equirus द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में G7 (यूएस, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान) की तुलना में तेज़ी से आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत भविष्य के पाँच वर्षों (2025–2030) में वैश्विक जीडीपी वृद्धि में 15% से अधिक योगदान देगा, जो जापान और जर्मनी से कहीं ज्यादा है ।
इसके पीछे नीतिगत पूंजीगत खर्च, ग्रामीण उपभोग में पुनरुत्थान और विनिर्माण क्षेत्र में संरचनात्मक बदलाव जैसे कारक हैं । रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्रामीण भारत में फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) की मांग 6% की दर से बढ़ रही है, जबकि शहरी में केवल 2.8% वृद्धि हुई है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह व्यापक आर्थिक बल और मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ, भारत के लिए लंबे समय तक सतत और तेज़ विकास की राह खोल रहे हैं। हालाँकि, यह भी जरूरी है कि निवेश प्रवाह, रोजगार सृजन और जीवन स्तर में सुधार को भी समान रूप से मजबूत किया जाए। यह रिपोर्ट वैश्विक पूंजी और निवेशकों को स्पष्ट संदेश देती है कि भारत अब केवल ‘सबसे तेज़ बढ़ती अर्थव्यवस्था’ ही नहीं, बल्कि G7 देशों के स्वामित्व वाली अर्थव्यवस्थाओं से भी आगे निकलने की संभावना रखता है।