मिज़ोरम में बैराबी–सैरांग रेलवे लाइन के उद्घाटन के बाद, मिज़ोरम की पहली मालगाड़ी 14 सितंबर, 2025 से परिचालन शुरू करेगी। इससे राज्य में निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट, स्टील और घरेलू सामानों की आपूर्ति सस्ती होगी, जो स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण है। रेलवे मंत्रालय के अनुसार, इस सेवा से लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी और व्यापारिक अवसरों में वृद्धि होगी।
इस परियोजना के तहत, 51.38 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन में 48 सुरंगें, 142 पुल (जिनमें से 55 प्रमुख हैं) और 87 छोटे पुल शामिल हैं। इसमें भारत का सबसे ऊंचा रेलवे पियर भी है, जिसकी ऊंचाई 104 मीटर है। इससे पहले, मिज़ोरम में केवल 1.5 किलोमीटर मीटर गेज ट्रैक था, जो असम के सिलचर से बैराबी तक जुड़ा हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 सितंबर को इस रेलवे लाइन का उद्घाटन किया और तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें सैरांग–नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग–कोलकाता एक्सप्रेस और सैरांग–गुवाहाटी इंटरसिटी एक्सप्रेस शामिल हैं। इन ट्रेनों से पर्यटन, व्यापार और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
इस परियोजना के पूरा होने से मिज़ोरम की राजधानी आइजोल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ा गया है, जिससे राज्य में विकास और समृद्धि की नई राहें खुलेंगी।