उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन एवं आपदा‑प्रबंधन विभाग की सिफारिश पर गढ़वाल क्षेत्र के कुछ खतरनाक स्थलों को ‘नो‑सेल्फी जोन’ घोषित करने की योजना बनाई है। पिछले कुछ वर्षों में मसूरी‑राजपुर ट्रेक और नैनिताल झील किनारे ऐसे स्थलों पर सेल्फी लेने के कारण कई दुर्घटनाएँ हुईं—कारों सहित लोग खाई में गिर गए, भूस्खलन या मीठे पानी में डूबने की घटनाएँ भी सामने आई हैं।
सरकार ने इन स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाने, पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने और स्थानीय गाइड प्रशिक्षित करने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही सोशल मीडिया एवं पर्यटन स्थलों पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से आगंतुकों को खतरों से अवगत कराया जाएगा । अधिकारियों का कहना है कि गढ़वाल रेंज के पैनस, घाट, ट्रेकिंग पॉइंट जैसे स्थानों को सूचीबद्ध कर ‘नो‑सेल्फी जोन’ बोर्ड लगाए जाएंगे।
पिछले वर्षों में उत्तराखंड में सेल्फी लेते हुए जोखिमावश मारे गए लोगों की संख्या दर्ज हो रही है—विशेषकर नदियों, झरनों और ट्रेन ट्रैक के पास—जिसमें एक 32 वर्षीय व्यक्ति की मौत भी शामिल है । इस अभियान के माध्यम से प्रशासन का उद्देश्य सेल्फी प्रेमी पर्यटकों को सावधान करना और हादसों को रोकना है।