प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ तीन बड़े धन शोधन मामलों में एफआईआर दर्ज कर राजनीतिक गतिशीलता बढ़ा दी है। इन मामलों की कुल अनुमानित राशि लगभग ₹6,000 करोड़ है, जिसमें अस्पताल निर्माण, सीसीटीवी ठेकों और आश्रय गृह घोटाले शामिल हैं।
ED ने इनमें मनी लॉन्डरिंग के दर्ज करने के लिए ECIR (Enforcement Case Information Report) दाखिल की है, जो FIR के समतुल्य हैं। सूत्र बताते हैं कि इसमें सत्तापक्ष के वरिष्ठ नेता, जैसे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन, जल्द ही पूछताछ के लिए समन भेजा जा सकता है।
ये कार्रवाई AAP के सत्ता पर घेरा कसने और गठबंधन विरोध़ी शक्तियों को बैकबाउंड देने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है। AAP ने इन आरोपों को “राजनीतिक रूप से प्रेरित” घोषित करते हुए इनकार किया है। ED ने पिछले कुछ हफ्तों में दिल्ली भर में दर्जनों ठिकानों पर छापेमारी की है, खासकर कक्षा निर्माण मामले में, जिसमें ₹2,000 करोड़ के वित्तीय अनियमितताओं का आरोप था ।
इस कदम को अब तक AAP कार्यकर्ताओं और विपक्षी पार्टियों में तीखी प्रतिक्रिया मिली है। अगले कुछ दिनों में इस कार्रवाई से जुड़े नेता ED कार्यालय में पेश हो सकते हैं और मामले की दिशा स्पष्ट हो सकती है।