गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ की आशंका जताते हुए अलर्ट जारी किया है। गंगा फाफामऊ (81.43 m) व छतनाग (80.41 m) में हालात स्थिर लेकिन निगरानी पर बनी हुई है, जबकि यमुना में 81.12 m पर बनी हुई है — दोनों खतरे की सीमा (84.73 m) से नीचे होने के बावजूद चिंताजनक स्थिति बनी हुई है।
88 फ्लड-राहत केंद्रों को तैयार रखा गया है और क्षेञीय दल सतर्क हैं। खासकर छोटा बघाड़ा, शिवकुटी, चंदपुर सलोनी, रसूलाबाद और बक्शी बंध जैसे निचले इलाके अब भी जोखिम में हैं। बड़े हनुमान मंदिर दो दिन बाद फिर खुला, हालाँकि मंदिर तक सम्पूर्ण सफाई और पुजा-अभिषेक पूरी की गई।
पुलिस ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने, जरूरी सामान उठा लेने और पानी में न जाने की सलाह दी है। प्रशासन NDRF/SDRF के साथ स्थिति पर 24×7 नजर बनाए हुए है और आने वाले दिनों में बारिश की स्थिति पर लगातार निगरानी जारी रहेगी।