उत्तराखंड की राजनीति उस वक्त गरमा गई जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक पूर्व विधायक की कथित दूसरी शादी की खबर सामने आई। यह मामला न सिर्फ व्यक्तिगत जीवन से जुड़ा है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी खासा चर्चा में आ गया है, खासकर उस वक्त जब राज्य सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लागू करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है।
पूर्व विधायक की दूसरी शादी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसके बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया और भाजपा को यूसीसी पर “दोहरे मापदंड” अपनाने वाला करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ताओं का कहना है कि जब भाजपा एक समान नागरिक संहिता की बात करती है, तो फिर पार्टी के नेताओं द्वारा दोहरी शादी करना उसकी नीति और नीयत पर सवाल खड़े करता है।
भाजपा की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के भीतर इस मुद्दे को लेकर असहजता साफ नजर आ रही है। यह मामला न सिर्फ नैतिकता और कानून के दायरे में सवाल पैदा कर रहा है, बल्कि आगामी चुनावों से पहले भाजपा की छवि पर भी असर डाल सकता है।