ग्रेटर नोएडा की प्राइवेट शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली दूसरी वर्ष की BDS छात्रा ज्योति शर्मा ने शुक्रवार शाम अपने हॉस्टल रूम में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम के बाद मिले सुसाइड नोट में उसने दो फेकल्टी सदस्यों — एक पुरुष और एक महिला — पर मानसिक उत्पीड़न व अपमान के आरोप लगाए, लिखते हुए, “They humiliated, harassed me. I’ve been under stress”।
इसके बाद पुलिस ने नामजद उन दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार किया, जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। हादसे के बाद छात्रों और परिवार वालों में रोष फैल गया और उन्होंने परिसर में प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से पुलिस को हंगामा रोकने में सामने आना पड़ा।
यूनिवर्सिटी ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है और सभी कागजात तथा जांच एजेंसियों को सम्पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है । इस घटना ने शैक्षणिक संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य समर्थन, सुरक्षा और फैकल्टी के आचरण पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
छात्रा की मां का कहना है कि बेटी “मैं इससे पार नहीं पा सकूंगी” जैसी बातें करती थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक एवं फोरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर जांच तेज कर दी है।