प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर आगामी दिवाली से पहले जीएसटी संरचना में बड़े बदलाव की घोषणा की, जिसे “GST सुधार 2.0” नाम दिया गया है। इस सुधार के तहत, मौजूदा चार स्लैब (5%, 12%, 18%, और 28%) को घटाकर दो स्लैब (5% और 18%) में समाहित किया जाएगा, जबकि विलासिता और ‘सिन गुड्स’ जैसे तंबाकू उत्पादों पर 40% टैक्स लगाया जाएगा। इससे लगभग 99% वस्तुएं 12% स्लैब से 5% में और 90% वस्तुएं 28% स्लैब से 18% में स्थानांतरित हो जाएंगी।
इस बदलाव का सीधा प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों पर पड़ेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, ऑटोमोबाइल, सीमेंट, एफएमसीजी, उपभोक्ता वस्त्र, और बीमा कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है। उदाहरण के लिए, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशोक लेलैंड, और टीवीएस मोटर जैसी कंपनियां लाभान्वित हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, ब्लू स्टार, जॉनसन कंट्रोल्स, और जेके सीमेंट जैसी कंपनियों के शेयरों में भी 26% तक की वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि इस सुधार से उपभोक्ता मांग में वृद्धि होगी, जिससे कंपनियों के राजस्व में सुधार होगा। हालांकि, सरकार के राजस्व पर इसका असर पड़ सकता है, लेकिन यह कदम घरेलू खपत को बढ़ावा देने और अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।