हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी यशपाल पूरन कुमार की आत्महत्या ने राज्य में प्रशासनिक और पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। चंडीगढ़ स्थित उनके सरकारी आवास पर 7 अक्टूबर को उनका शव मिला, जिसके बाद पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया। इस नोट में उन्होंने 16 अधिकारियों का नाम लिया है, जिनमें से 15 पर मानसिक उत्पीड़न, जातिवाद और प्रताड़ना के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने एक अधिकारी, आईएएस राजेश खुल्लर की ईमानदारी की सराहना भी की है।
इस मामले में उनकी पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पूरन कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
राज्य सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया को उनके पद से हटा दिया है और उनकी जगह सुरेंद्र सिंह भोरे को नियुक्त किया है।
इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था में जातिवाद और उत्पीड़न के मुद्दे को फिर से उजागर किया है, और न्याय की मांग को लेकर राज्यभर में आक्रोश फैल गया है।