आंध्र प्रदेश के एक औद्योगिक क्षेत्र में हाल ही में हुए गैस लीक हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हादसे में कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं। घटना के बाद अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने इस पर संज्ञान लेते हुए आंध्र प्रदेश सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने कहा कि यह मामला गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन की ओर इशारा करता है, जहां नागरिकों की सुरक्षा और जीवन को लेकर लापरवाही बरती गई है। आयोग ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से पूछा है कि हादसे की पूरी जानकारी, मृतकों और घायलों की संख्या, राहत कार्यों की स्थिति और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि गैस रिसाव एक रासायनिक फैक्ट्री से हुआ था, जहां सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही थी। अब यह मामला औद्योगिक सुरक्षा से लेकर मानव जीवन के अधिकार तक कई सवाल खड़े कर रहा है।
मानवाधिकार आयोग ने रिपोर्ट 2 सप्ताह के भीतर मांगी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा और चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने की बात भी आयोग ने कही है।