आईआईटी खड़गपुर परिसर में एक बार फिर त्रासदी हुई है—चार दिन में दूसरी मौत, और जनवरी से अब तक कुल पाँच छात्र आत्महत्या या अनियमित घटनाओं में मृत पाए गए हैं। नवीनतम मामला 21 वर्षीय दूसरे वर्ष के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग छात्र चंद्रदीप पवार का है, जिनकी सोमवार रात को कैंपस अस्पताल में दम तोड़ दिया, जब उन्होंने डॉक्टर द्वारा दी गई दवा निगलने के बाद सांस लेने में समस्या उठने की शिकायत की थी।
इससे चार दिन पहले, 18 जुलाई को चौथे वर्ष के मेकानिकल इंजीनियरिंग छात्र ऋताम मोंडल को राजेंद्र प्रसाद छात्रावास में फंदे से लटकते हुए पाया गया था । जनवरी में तीसरे वर्ष के छात्र शॉअन मलिक, अप्रैल में अनिकेत वॉकर, और मई में मोहम्मद आसिफ क़मर की भी कैंपस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी s।
खड़गपुर प्रशासन ने पवार की मृत्यु को अस्पष्ट परिस्थितियों में बताया है। चैम्बरिड सर्च और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा जारी है I। पुलिस और आईआईटी ने घटना के पीछे आत्महत्या या हादसे—दोनों संभावनाओं—पर गहन जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्टों में यह भी बताया गया है कि पवार हाल के दिनों में मानसिक तनाव का शिकार थे, जबकि मोंडल पहले साइकोलॉजिकल समस्याओं से ग्रस्त नहीं थे । आईआईटी प्रशासन ने पांच सदस्यीय fact‑finding कमेटी का गठन कर निदेशक श्री सुमन चक्रबर्ती ने कहा है कि छात्र-कल्याण कार्यक्रमों को और मजबूत किया जाएगा ।