भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने में सिविल सेवकों की जिम्मेदारी: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारतीय सिविल सेवकों पर यह भारी जिम्मेदारी है कि वे भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सिविल सेवा अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि देश का भविष्य उनके निर्णयों और नीतियों पर निर्भर करेगा। उन्होंने अधिकारियों से यह अपील की कि वे अपने कार्यों में ईमानदारी, पारदर्शिता और समर्पण को प्राथमिकता दें। उनका मानना है कि प्रशासन की शक्ति का सही उपयोग देश को प्रगति की ओर ले जाएगा।

मोदी ने भारतीय सिविल सेवकों को एक बड़े दृष्टिकोण के साथ काम करने की सलाह दी, ताकि वे आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में समग्र सुधार कर सकें। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे हर नागरिक की सेवा में तत्पर रहें और अपने कार्यों के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें। उनका कहना था कि इस प्रकार की मेहनत और प्रतिबद्धता से भारत निश्चित रूप से विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होगा।

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