भारत अब दुनिया में सबसे ज़्यादा स्वर्ण भंडार रखने वाले देशों में सातवें स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल के महीनों में बड़ी मात्रा में सोना खरीदा है, जिससे देश का कुल स्वर्ण भंडार 817 टन से अधिक हो गया है।
RBI के इस कदम के पीछे कई रणनीतिक और आर्थिक कारण हैं। सबसे अहम कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता है। जब दुनिया भर में डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है, तब सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। ऐसे में RBI अपने विदेशी मुद्रा भंडार में विविधता लाने और जोखिम को संतुलित करने के लिए सोना खरीद रहा है।
इसके अलावा, सोना देश की आर्थिक स्थिरता और मुद्रा की सुरक्षा को मजबूत करता है। वैश्विक संकट या मुद्रा अवमूल्यन की स्थिति में सोना एक मजबूत समर्थन प्रणाली के रूप में काम करता है।
RBI की यह नीति न केवल दीर्घकालिक निवेश रणनीति का हिस्सा है, बल्कि यह भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता और वित्तीय स्थिरता को भी दर्शाती है। इससे विदेशी निवेशकों को भी भारत की अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ता है।