भारतीय सेना के महानिदेशक सैन्य संचालन (DGMO) ने सोमवार को एक अहम प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई पाकिस्तान सेना से नहीं, बल्कि आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ है। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है और दोनों देशों के बीच लगातार गोलीबारी की खबरें सामने आ रही हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान DGMO ने कहा, “भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है लेकिन हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारी कार्रवाई केवल उन तत्वों के खिलाफ है जो आतंक फैलाते हैं, न कि किसी देश की सेना के खिलाफ।”
सेना ने यह भी बताया कि हाल के समय में भारतीय सुरक्षा बलों ने कई आतंकियों को मार गिराया है जो सीमापार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंक के नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे, तभी क्षेत्र में शांति संभव है।
इस प्रेस वार्ता ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत किसी युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है।
संदेश साफ है — आतंक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।