भारत में कोविड-19 के दो नए वेरिएंट्स—NB.1.8.1 और LF.7—की पहचान हुई है, जिन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने “Variants Under Monitoring” श्रेणी में रखा है। NB.1.8.1 का एक मामला अप्रैल में तमिलनाडु में और LF.7 के चार मामले मई में गुजरात में सामने आए हैं। इन वेरिएंट्स को चीन और अन्य एशियाई देशों में मामलों में वृद्धि से जोड़ा जा रहा है।
भारत में वर्तमान में JN.1 वेरिएंट प्रमुख है, जो 53% नमूनों में पाया गया है, इसके बाद BA.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन उपवेरिएंट्स (20%) हैं।
NB.1.8.1 वेरिएंट में स्पाइक प्रोटीन में A435S, V445H और T478I जैसे उत्परिवर्तन पाए गए हैं, जो इसकी संक्रामकता और प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
हालांकि, वर्तमान में भारत में अधिकांश कोविड-19 मामले हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति की निगरानी कर रहा है और आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य प्रोटोकॉल की समीक्षा की जा रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से सतर्क रहने, मास्क पहनने, भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने और टीकाकरण सुनिश्चित करने की सलाह दी है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं।