लखनऊ – उत्तर प्रदेश सरकार और सीएम योगी आदित्यनाथ ने छांगुर बाबा (जमालुद्दीन) के खिलाफ बड़ा हमला बोला है, जिसमें दावा किया गया है कि उनके 40 बैंक खातों में 100 करोड़ से अधिक का विदेशी लेन-देन हुआ है और यह फंडिंग विदेशों से अवैध धर्मांतरण के लिए लाई गई थी ।
सरकार ने इस वित्तीय साजिश को “राष्ट्र-विरोधी” करार देते हुए बताया कि यह धन खाड़ी देशों और पाकिस्तान, सऊदी, दुबई जैसे स्थानों से आया, और 40 अकाउंट्स में जमा हुआ । अति रात छह महीनों में बाबा के गिरोह ने लगभग ₹300–500 करोड़ विदेशी फंड हासिल किए, जिसमें से आधे की पुष्टि जांच में हो चुकी है।
इनकमिंग राशि का इस्तेमाल कथित तौर पर अनुसूचित जातियों और कमजोर वर्गों को धार्मिक रूप से प्रभावित कर धर्मांतरण कराने में किया गया। योगी ने इसे “हम सबको तोड़ने की साजिश” बताते हुए फंडिंग का प्रसंग प्रस्तुत किया ।
एडी, एटीएस और ईडी मिलकर मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA), FEMA और FCRA के तहत जांच कर रहे हैं। बलरामपुर और लखनऊ में छांगुर बाबा की संपत्ति—राजस्व भूमि पर अवैध बने भवन, कोठियाँ—बुलडोज़र से ध्वस्त कर दी गईं ।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, बिना किसी अलगाव के फंड ट्रेल और संपत्ति की जब्ती सुनिश्चित की जाएगी। यह मामला न सिर्फ अवैध धर्मांतरण रैकेट का खुलासा है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और वित्तीय साख पर भी गहरा असर डालता है।