संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क — भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान पर तीखे आरोप लगाए हैं, जिसमें आतंकवाद को बढ़ावा देने और बाल अधिकार उल्लंघन में उसकी भूमिका को उजागर किया गया। BJP सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि “पाकिस्तान को आईने में खुद को देखना चाहिए”, क्योंकि वह मंच से बहस करते हुए अपने ही अंदरूनी दरारों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहा है।
दुबे ने पाकिस्तान को “CAC (Children and Armed Conflict)” एजेंडा का गंभीर उल्लंघनकर्ता करार दिया और कहा कि 2025 की संयुक्त राष्ट्र महासचिव की रिपोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों, स्कूलों पर हमलों और सीमावर्ती इलाकों में एयरस्ट्राइक से अफ़गान बच्चों को नुकसान पहुंचा रहा है।
उन्होंने भारत की कार्रवाई, Operation Sindoor, का बचाव करते हुए कहा कि यह एक संतुलित और न्यायसंगत प्रतिवाद था, जिसमें आतंकियों के ठिकानों पर निशाना साधा गया। दुबे ने यह भी कहा कि पाकिस्तान सीमा क्षेत्रों में भारतीय गांवों पर गोलीबारी और नागरिकों, विशेषकर बच्चों को निशाना बनाने में लिप्त रहा।
दावे के मुताबिक भारत ने अपनी नीतियों और योजनाओं के तहत बाल सुरक्षा पहलें प्रस्तुत की, जैसे कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, और कहा कि बालों की पलों की समग्र विकास-परिस्थिति सुनिश्चित करना राष्ट्रीय प्राथमिकता है। इस संवाद में भारत का संदेश स्पष्ट था: मंच से अपना पक्ष मजबूत ढंग से बताना और पाकिस्तान की कार्रवाइयों को विश्व स्तर पर बेनकाब करना।