भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर वार्ता में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वॉशिंगटन में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक के साथ बैठक की, जिसमें दोनों देशों ने आपसी व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। गोयल ने बैठक को “सकारात्मक” और “रचनात्मक” बताते हुए कहा कि दोनों पक्ष अपने व्यापारिक संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए तत्पर हैं।
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) का पहला चरण जुलाई 2025 तक पूरा करने की योजना है। इसमें औद्योगिक वस्तुओं, कृषि उत्पादों और गैर-टैरिफ अवरोधों जैसे मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। भारत ने अपने श्रम-गहन क्षेत्रों जैसे चमड़ा, वस्त्र, रत्न और आभूषण आदि के लिए शुल्क में छूट की मांग की है, जबकि अमेरिका ने औद्योगिक वस्तुओं, इलेक्ट्रिक वाहनों, पेट्रोकेमिकल उत्पादों, डेयरी और कृषि उत्पादों जैसे सेब और नट्स के लिए शुल्क में कमी की इच्छा जताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे “मिशन 500” नाम दिया गया है । इस समझौते से दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और व्यापारिक संबंधों में और वृद्धि की संभावना है।