भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार, 27 मई 2025 को कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले, जो निवेशकों और व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करते हैं।
गिफ्ट निफ्टी (GIFT Nifty): गिफ्ट निफ्टी लगभग 25,040 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद स्तर से लगभग 5 अंक ऊपर था, जिससे बाजार की स्थिर शुरुआत का संकेत मिला।
कमजोर अमेरिकी डॉलर: अमेरिकी डॉलर की कमजोरी से भारतीय रुपये को समर्थन मिला, जिससे विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार अधिक आकर्षक बना।
सोने की कीमतों में वृद्धि: वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सोने की कीमतों में तेजी देखी गई, जिससे यह सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में उभरा।
अमेरिकी बाजारों में गिरावट: अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट के कारण वैश्विक निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा।
तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव: कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों पर प्रभाव पड़ा।
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) गतिविधियाँ: FII की खरीदारी में वृद्धि से बाजार को समर्थन मिला, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा।
घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) गतिविधियाँ: DII की सतत खरीदारी ने बाजार में स्थिरता बनाए रखने में मदद की।
मुद्रास्फीति और ब्याज दरों की चिंता: मुद्रास्फीति और संभावित ब्याज दरों में वृद्धि की आशंकाओं ने निवेशकों को सतर्क रखा।
इन कारकों के संयुक्त प्रभाव से भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।