मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने हाल ही में चीन के J‑10C मल्टीरोल फाइटर जेट खरीदने के लिए बातचीत तेज कर दी है। यह कदम रूसी Su‑35 सौदे में देरी और हालिया इज़राइली–अमेरिकी हवाई हमलों में उसके पुरातन बेड़े की कमजोर स्थिति के बाद उठाया गया है।
J‑10C एक 4.5‑जनरेशन विमान है, जिसमें AESA रडार, PL‑15 लंबी दूरी की मिसाइल और WS‑10 इंजन जैसी आधुनिक क्षमताएँ हैं। पाकिस्तान इसे पहले ही इस्तेमाल कर चुका है, जिससे इस विमान की वास्तविक लड़ाकू दक्षता सबूतित हुई है ।
रूस ने ईरान को 2023 में Su‑35 सौदा प्रस्तावित किया था, लेकिन अब तक केवल चार विमान ही वितरित हुए हैं। इस कारण ईरानी नेतृत्व चीन की ओर झुक रहा है, जो स्वीकृति और समय पर डिलीवरी दे सकता है।
विश्लेषकों का मानना है कि J‑10C के चुनाव से ईरान की हवाई ताकत में वृद्धि, मध्य पूर्व में वायु प्रभुत्व संतुलन और भविष्य में सतर्कता में बदलाव की संभावना है। अभी सौदा अंतिम रूप लेने के लिए वार्ता जारी है।