ईरान ने हालिया इस्राएली हवाई हमलों के बाद अमेरिका और इज़राइल को “भारी कीमत” चुकाने की चेतावनी दी है । सोमवार को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नामक अभियान में इज़राइल ने टैंक्ज़ जैसे परमाणु स्थलों, मिसाइल फैक्ट्रियों व सैन्य कमांडरों के ठिकानों पर हमला किया, जिसमें आईआरजीसी कमांडर हुसैन सलामी और अन्य वरिष्ठ सैन्य व वैज्ञानिक अधिकारी मारे गए ।
ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोल्फज़ल शेकारची ने चेतावनी दी कि “ज़ायोनी विरोधी और अमेरिका भारी कीमत देंगे…” । देश के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह खामनी ने इसे “कड़वी और दर्दनाक नियति” करार दिया । प्रतिक्रिया स्वरूप, ईरान ने इज़राइल की ओर 100 से अधिक ड्रोन भेजे, जिन्हें इज़राइली वायु रक्षा तंत्र द्वारा इंटरसेप्ट किया गया।
वैश्विक स्तर पर तेल कीमतों में 6–8 % की तेजी देखी गई, जबकि सोना और अन्य सेफ‑हेवेन निवेशों की मांग बढ़ी । अमेरिका ने इस हमले में सीधा संलिप्तता से इनकार किया, लेकिन क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ाई है । इस तीव्र माध्यम-पूर्व गतिरोध ने वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक माहौल को और अस्थिर कर दिया है।