गाजा में शनिवार को एक अमेरिकी-समर्थित मानवीय सहायता वितरण केंद्र के पास इजरायली हमले में कम से कम 30 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई और 120 से अधिक घायल हो गए। यह हमला राफा के अल-मावासी क्षेत्र में हुआ, जहां गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) द्वारा सहायता वितरित की जा रही थी।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों और गाजा के मीडिया कार्यालय ने इसे ‘हत्या की सामूहिक घटना’ करार दिया है। गवाहों के अनुसार, इजरायली बलों ने टैंकों और ड्रोन से नागरिकों पर गोलीबारी की, जो सहायता केंद्र की ओर बढ़ रहे थे। इससे पहले मई में भी इसी तरह के हमलों में कई लोग मारे गए थे।
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा को ‘पृथ्वी का सबसे भूखा स्थान’ करार दिया है, जहां पूरी आबादी अकाल के खतरे में है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, मानवीय सहायता वितरण में अब तक की सबसे बड़ी रुकावटें आई हैं, और इजरायल पर भूख को युद्ध का हथियार बनाने का आरोप लगाया गया है।
GHF द्वारा सहायता वितरण को लेकर भी विवाद है, क्योंकि इसे इजरायल और अमेरिका द्वारा स्थापित किया गया है, और यह पारंपरिक मानवीय सिद्धांतों के खिलाफ माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र और कई सहायता एजेंसियों ने इस प्रणाली से सहयोग करने से इनकार किया है।