इज़राइली हमलों ने गाजा पट्टी को एक बार फिर दहला दिया है। बीते 24 घंटों में हुए तीव्र हमलों में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हमलों के बाद गाजा में हालात और अधिक बिगड़ गए हैं। अस्पतालों में घायल नागरिकों की भीड़ उमड़ पड़ी है, वहीं इमारतों के मलबे से शव निकाले जा रहे हैं।
इज़राइली सेना ने दावा किया है कि उसके हमले आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित थे, लेकिन स्थानीय नागरिकों का कहना है कि रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया गया। हालात को नियंत्रण में लाने और संघर्षविराम बहाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ तेजी से प्रयास कर रहे हैं। मिस्र, कतर और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी इस दिशा में बातचीत कर रहे हैं।
गाजा में रह रहे लाखों नागरिकों पर इस हमले का गहरा असर पड़ा है। बिजली, पानी और खाद्य आपूर्ति पहले ही बुरी तरह बाधित है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द संघर्षविराम नहीं होता, तो मानवीय संकट और गहरा सकता है।
पूरी दुनिया की नजर अब इस क्षेत्र पर टिकी हुई है कि क्या एक नया संघर्षविराम हो पाएगा या हालात और भयावह होंगे।