उत्तरपूर्वी इज़राइल–ईरान संघर्ष के बीच शनिवार को क़ोम में हुए इस्राइली हवाई हमले में ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (‘कुद्स फोर्स’) के फिलिस्तीन कोर के प्रमुख सईद इज़ादी मारे गए। इस्लामी रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) के वरिष्ठ कमांडर, इज़ादी को ‘हामास को हथियार और वित्तीय सहायता देने वाला’ बताया जा रहा है ।
इस्राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल कट्ज़ ने इसे गुप्तचर और वायु सेना का “बड़ी उपलब्धि” बताया, क्योंकि इज़ादी को उनके अनुसार अक्टूबर 2023 के हमले से पहले हामास को सशस्त्र करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला माना जाता है । हमले में इज़ादी एक क़ोम स्थित अपार्टमेंट में थे, हालांकि IRGC ने इस घटना की अभी कोई पुष्टि नहीं की है ।
यह हमले जनवरी 13 को शुरू हुए व्यापक संघर्ष की नई कड़ी हैं, जिसमें इस्राइली वायु सेना ने ईरान में नौक्लियर व मिसाइल साइट्स को निशाना बनाया है और इज़राइल की तरफ़ से भी बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन हमलों का सिलसिला जारी है ।
इस हमले के बाद क्षेत्रीय तनाव और कूटनीतिक दबाव में इजाफ़ा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है, जबकि संघर्ष के भविष्य को लेकर वैश्विक चिंता बढ़ रही है ।
इस हमले ने इस्राइल और इरान के बीच जारी टकराव में और ठोस मोड़ ला दिया है, जिससे मध्य-पूर्व में संकट की संभावनाएँ और गहराई तक फैल रही हैं।