उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने हाल ही में एक ‘टॉय राफेल’ विमान को नींबू-मिर्ची के साथ प्रदर्शित कर केंद्र सरकार की आतंकवाद विरोधी नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने राफेल विमान खरीदी तो, लेकिन वे हैंगर में रखे हैं और उन पर नींबू-मिर्ची लटकी हुई हैं।
राय का कहना था कि यह प्रतीकात्मकता नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है। उनका उद्देश्य रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ध्यान आकर्षित करना था ताकि वे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएं।
इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने अजय राय की आलोचना की, उन्हें भारतीय सेना का मनोबल गिराने और पाकिस्तान का पक्षधर बताया। भा.ज.पा. प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राय की टिप्पणियाँ पाकिस्तान मीडिया में प्रमुखता से आईं, जो भारत के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं। भा.ज.पा. सांसद निशिकांत दुबे ने राय को ‘प्रो-पाकिस्तान कांग्रेस पार्टी’ का अध्यक्ष करार दिया।
कांग्रेस नेता ने अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य रक्षा मंत्री की आंखें खोलना था ताकि वे आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करें। उन्होंने कहा, “हमारे जवानों की शहादत के बाद भी सरकार केवल बयानबाजी कर रही है, जबकि ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।”