कैथल जिले के करोरा गांव निवासी 27 वर्षीय सिपाही गुरमीत सिंह को बुधवार को दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल (आरआर) अस्पताल में बीमारी के कारण निधन के बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। गुरमीत सिंह भारतीय सेना की 20वीं ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में जम्मू और कश्मीर में तैनात थे। उन्होंने 2017 में भारतीय सेना जॉइन की थी और अपने गांव में अपनी कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध थे।
गुरमीत सिंह का पार्थिव शरीर बुधवार को तिरंगे में लपेटकर उनके गांव लाया गया, जहां गांववासियों और आस-पास के क्षेत्रों के लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके भाई संदीप ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस अवसर पर पूर्व सैनिक संघ के सदस्य, सेना के अधिकारी, और सामाजिक, धार्मिक तथा राजनीतिक संगठनों के लोग भी उपस्थित थे।
गुरमीत सिंह के निधन से गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उनके परिवार में पिता राजा राम, माता माया देवी और एक बड़ा भाई संदीप हैं। गुरमीत सिंह की बीमारी के कारण पिछले पांच महीनों से इलाज चल रहा था, और अंततः दिल्ली के अस्पताल में उनका निधन हो गया।