पूर्व योजना आयोग की सदस्य एवं सोनिया गांधी की सहयोगिनी सय्यदा हमीद, जो असम दौरे पर थीं, ने कहा कि “बांग्लादेशी भी इंसान हैं” और उन्हें भारत में रहने का अधिकार नकारा नहीं जाना चाहिए क्योंकि “धरती बहुत बड़ी है।”
इस बयान पर केंद्रीय मंत्री कीरन रिजिजू ने तीखा हमला करते हुए इसे “मानवता के नाम पर भ्रमित करने वाला” बताया और कहा, “यह हमारी जमीन और पहचान का सवाल है। बौद्ध, सिख, हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यक क्यों पीड़ित हो रहे हैं बांग्लादेश और पाकिस्तान में?”
दूसरी ओर, हमीद ने असम सरकार पर मुसलमानों को बांग्लादेशी बताकर निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अगर वे बांग्लादेशी हैं, तो इसमें क्या गलत? वे भी इंसान हैं। धरती बहुत बड़ी है, वे यहाँ रह सकते हैं। किसी का अधिकार नहीं छीना जा रहा।”
अभिव्यक्ति की आज़ादी और आप्रवास संबंधी संवेदनशीलता को लेकर यह विवाद भारत में फिर राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है।