लद्दाख के लेह शहर में 24 सितंबर को हुई हिंसक प्रदर्शनों के बाद, क्षेत्र में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, जिससे पर्यटन उद्योग पर गहरा असर पड़ा है। इस हिंसा में चार प्रदर्शनकारी मारे गए और 150 से अधिक लोग घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने राज्य की मांग और छठी अनुसूची के तहत विशेष दर्जे की मांग की थी।
कर्फ्यू के कारण पर्यटक अपने होटलों में ही सीमित हो गए हैं और प्रमुख पर्यटक स्थल बंद हैं। मौजूदा प्रतिबंधों के चलते बुकिंग रद्द हो रही हैं और यात्रा योजनाएं प्रभावित हो रही हैं। स्थानीय पर्यटन संघों ने इस स्थिति को पर्यटन उद्योग के लिए गंभीर संकट बताया है। इसी बीच, वार्षिक लद्दाख महोत्सव को भी रद्द कर दिया गया है, जो पर्यटन का प्रमुख आकर्षण होता है।
प्रदर्शन के नेता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और उनके संगठन की विदेशी फंडिंग पर रोक लगाने के बाद से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। केंद्र सरकार ने वांगचुक पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया है, जबकि उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की कोशिश बताया है।
कुल मिलाकर, लेह में जारी कर्फ्यू और रद्द महोत्सव ने लद्दाख के पर्यटन उद्योग को गंभीर नुकसान पहुंचाया है, और स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है।