मलेशिया ने पाकिस्तान के उस आह्वान को ठुकरा दिया है जिसमें उसने इस्लामी देशों से भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” के विरोध में एकजुट होने की अपील की थी। हाल ही में एक भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की कुआलालंपुर यात्रा के दौरान, मलेशिया ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों का दृढ़ समर्थन किया और क्षेत्रीय शांति एवं समृद्धि की आवश्यकता पर बल दिया।
7 मई 2025 को भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पंजाब प्रांत में नौ लक्ष्यों पर मिसाइल और हवाई हमले किए, जिनमें आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को “कायराना हमला” बताते हुए इस्लामी देशों से भारत के खिलाफ एकजुट होने की अपील की, लेकिन मलेशिया ने इस अपील को नजरअंदाज करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया। यह मलेशिया की उस नीति का हिस्सा है जिसमें वह भारत और पाकिस्तान के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करता है, लेकिन आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा है।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि इस्लामी देशों के बीच पाकिस्तान का प्रभाव कम हो रहा है और भारत के साथ उनके संबंध मजबूत हो रहे हैं।