महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण से संबंधित हालिया सरकारी निर्णय (GR) के खिलाफ ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों में विरोध तेज़ हो गया है। इन समूहों का आरोप है कि GR के माध्यम से मराठा समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने से उनकी आरक्षण अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि GR में ओबीसी अधिकारों को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल वे लोग जो कानूनी रूप से ‘कुंबी’ जाति के प्रमाण प्रस्तुत करेंगे, उन्हें ही ओबीसी प्रमाणपत्र मिलेगा। फडणवीस ने विपक्षी दलों पर ‘अत्यधिक राजनीति’ करने का आरोप लगाया और कहा कि इससे ओबीसी छात्रों में भ्रम और भय फैल रहा है।
वहीं, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने सरकार पर सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करने का आरोप लगाया है। इस विवाद के बीच, बीड जिले में एक व्यक्ति की आत्महत्या की घटना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है, जिससे समुदायों में गहरी चिंता और आक्रोश व्याप्त है।