प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को व्यापारिक धमकी देकर टाल दिया। कांग्रेस पार्टी ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “ट्रंप का बयान परेशान करने वाला है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को रोकने के लिए व्यापार का उपयोग धमकी के रूप में किया। हमें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री इस पर प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
सरकारी सूत्रों ने ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच हुई वार्ताओं में व्यापार का कोई उल्लेख नहीं किया गया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस के बीच 9 मई को हुई बातचीत में व्यापारिक धमकी का कोई जिक्र नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि भारत पर कोई और आतंकवादी हमला होता है, तो भारत फिर से कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि “आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते”।