अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर आयोजित होने वाले एक भव्य समारोह में 125 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न होगा। यह आयोजन न केवल सामाजिक समरसता का प्रतीक बनेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं की गरिमा को भी दर्शाएगा। इस विशेष आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत स्वयं शामिल होकर कन्यादान जैसे पावन कार्य में भाग लेंगे।
सामूहिक विवाह समारोह का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहयोग देना और विवाह को सरल व गरिमामय बनाना है। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति भी रहेगी। आयोजन में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन किया जाएगा, जिससे वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रंग में रंगा रहेगा।
मोहन भागवत का कन्यादान करना न केवल आयोजन को खास बनाएगा, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी प्रसारित करेगा — कि सभी वर्गों का विवाह समान रूप से सम्मानजनक है और सामाजिक सहयोग से इसे और भी शुभ बनाया जा सकता है।
यह आयोजन समाज में समानता, सहयोग और संस्कृति के मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम माना जा रहा है।