शिमला में बुधवार सुबह कई निजी स्कूलों को भेजे गए बम धमकी ईमेल से अभिभावकों और छात्रों में दशा दहशत फैल गई। इन ईमेलों में धमकी दी गई थी कि स्कूल परिसर में विस्फोटक रखे गए हैं, जिसके बाद स्कूलों का तुरंत खाली कराए गए, और बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड तथा पुलिस ने पूरे परिसर की जांच की ।
पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान किसी प्रकार के विस्फोटक सामग्री नहीं मिली, और धमकियां झूठी (होक्स) साबित हुईं। हालांकि कक्षा थोड़ी देर के लिए बंद रही, लेकिन बाद में छात्र सुरक्षित रूप से वापस लौट आए।
धमकी भरे ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर सेल सक्रिय हो गया है, और IP ट्रेसिंग के प्रयास जारी हैं । शिमला पुलिस अन्य राज्यों (जैसे यूपी, जहां आगरा के दो स्कूलों को भी धमकी मिली) की मदद से इस सिलसिले को जोड़कर देख रही है ।
पूर्व में हिमाचल प्रदेश की उच्च न्यायालय, जिला न्यायालय, सचिवालय और कलेक्टर कार्यालयों में भी इसी तरह की धमकियां आई थीं, जो बाद में सभी झूठी निकलीं ।
पुलिस का मानना है कि इस प्रकार की धमकियां जानबूझकर अफरातफरी फैलाने के उद्देश्य से की जा रही हैं, और उन्होंने कहा है कि लोग तब तक शांत रहें जब तक कि जांच पूरी नहीं हो जाती। सुरक्षा बढ़ाकर सतर्कता बनाए रखी जा रही है।