भारतीय सेना ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर संघर्षविराम को लेकर एक स्पष्ट और सख्त संदेश दिया है। सेना का कहना है कि संघर्षविराम तभी सफल माना जाएगा जब दोनों पक्ष पूरी तरह से इसका पालन करें और “एक भी गोली नहीं चलनी चाहिए।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब नियंत्रण रेखा (LoC) पर शांति बनाए रखने की दिशा में दोनों देशों के बीच बातचीत और आपसी सहमति की पहल हो रही है।
भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने साफ किया कि संघर्षविराम का मतलब सिर्फ बड़ी सैन्य कार्रवाई रोकना नहीं, बल्कि किसी भी प्रकार की गोलीबारी पूरी तरह समाप्त करना है। सेना का यह भी कहना है कि अगर पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह का उल्लंघन होता है, तो भारत जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
यह बयान भारत की उस नीति को दर्शाता है जो शांति और स्थिरता के पक्ष में है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं।
सेना का यह रुख न केवल सख्त संदेश देता है, बल्कि पाकिस्तान को यह भी स्पष्ट करता है कि अब केवल कागजी समझौते नहीं, जमीनी हकीकत में भी शांति जरूरी है।