उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद देश की राजनीतिक बिसात पर अगला संभावित उपराष्ट्रपति चुनने की होड़ तेज़ हो गई है । संविधान के अनुसार, इस पद के लिए चुनाव “जितनी जल्दी हो सके” संपन्न कराया जाना अनिवार्य है। हालांकि आधिकारिक रूप से चुनाव की तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन गलियारों में तीन नाम जमकर चर्चा में हैं:
नितीश कुमार – बिहार के मुख्यमंत्री, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे असरदार नेतृत्व और दलित–पिछड़े वोट बैंक में अपनी पकड़ का उपयोग राष्ट्रीय मंच पर कर सकते हैं। उनके समर्पण और बिहार में लम्बे समय तक शासन करने वाले अनुभव को कई समर्थक “सम्मानजनक पद” मान रहे हैं ।
वी. के. सैक्सेना – दिल्ली के उप राज्यपाल, जो तीन वर्षों से केंद्र–राज्य के बीच प्रशासनिक संतुलन बनाए रखने में सक्रिय रहे हैं। उनकी पिछली करियर और अड़ियल भूमिका को कई लोग एक बड़े राष्ट्रीय अधिकारी के रूप में आगे बढ़ने का संकेत मान रहे हैं ।
मनोज सिन्हा – जम्मू–कश्मीर के उप राज्यपाल, जिनका कार्यकाल 6 अगस्त को समाप्त हो रहा है और उन्हें अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद स्थिरता लाने वाले नेता के रूप में देखा गया। हालांकि हालिया हमलों की छाया उनके रिकॉर्ड पर सवाल खड़े कर रही है ।
इन तीनों नामों में से किसे चुना जाएगा, यह पहले चरण की राजनीतिक रणनीति और पार्टी चर्चा पर निर्भर करेगा। चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही इन दावेदारों की बात परिदृश्यों में है, जिससे सियासी सक्रियता चरम पर पहुंच चुकी है।