नेपाल में शुक्रवार रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक कम से कम 51 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से अधिकांश इलाम जिले में भूस्खलन और बाढ़ के कारण मारे गए हैं। इलाम में 37 लोगों की मौत हुई है, जबकि अन्य जिले जैसे उदयपुर, रौतहट, और खोटांग में भी जानमाल का नुकसान हुआ है।
भूस्खलन और बाढ़ के कारण काठमांडू समेत कई प्रमुख शहरों में सड़क यातायात बाधित हो गया है। कई स्थानों पर पुल बह गए हैं और मुख्य मार्गों पर मलबा जमा हो गया है, जिससे राहत कार्यों में कठिनाई आ रही है।
नेपाल सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान तेज कर दिया है। नेपाल सेना, नेपाल पुलिस, और सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने मिलकर प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू किया है। इसके अलावा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नेपाल सरकार को सहायता की पेशकश की है, यह दर्शाते हुए कि भारत एक “मित्र राष्ट्र और पहला उत्तरदाता” है।