भारतीय वायुसेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के 14 परिजनों की मौत हो गई, जिनमें उनके भाई रऊफ असगर के बेटे भी शामिल हैं। रऊफ असगर इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
हमलों का मुख्य उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय “मार्काज सुभान अल्लाह” और लश्कर-ए-तैयबा के मुरिदके स्थित “मस्जिद वा मार्काज तैबा” को नष्ट करना था। इन ठिकानों का उपयोग आतंकवादियों के प्रशिक्षण और भर्ती के लिए किया जाता है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि ये हमले “मापदंडित, संतुलित और गैर-उत्तेजक” थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण यह कार्रवाई की गई।
यह ऑपरेशन पुलवामा हमले में 26 भारतीय नागरिकों की मौत का प्रतिशोध था। भारत ने इस कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता के रूप में प्रस्तुत किया है।