पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, जुमे की नमाज़ के बाद कश्मीर के श्रीनगर स्थित जामा मस्जिद के बाहर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और आतंकवाद की कड़ी निंदा की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आतंकवाद और हिंसा का कोई धर्म नहीं होता और वे इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़े हैं।
प्रदर्शनकारियों ने शांति, सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए कहा कि कश्मीर में आतंकवाद को हर हाल में खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापना के लिए सख्त कदम उठाने की अपील की। यह प्रदर्शन स्थानीय मुस्लिम समुदाय द्वारा किया गया, जिन्होंने आतंकवादी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस की तैनाती भी की गई थी, ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके। लोगों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाते हुए एकजुटता का संदेश दिया और शांति की अपील की।