भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को दावा किया कि पाकिस्तान की पांच लाख से अधिक महिलाएं भारत में शादी के बाद नागरिकता के बिना रह रही हैं, और इसे “पाकिस्तानी आतंकवाद का नया चेहरा” करार दिया। उनका कहना है कि यह स्थिति राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करती है। दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “पाकिस्तानी लड़कियां भारत में शादी करके रह रही हैं, लेकिन उन्हें आज तक भारतीय नागरिकता नहीं मिली है। ऐसे दुश्मनों से कैसे लड़ा जाए जो हमारे अंदर घुसे हुए हैं?”
यह बयान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों को जारी अधिकांश वीजा रद्द कर दिए थे। दुबे ने कहा कि पाकिस्तानियों के भारत में शादी करने के पीछे क्या उद्देश्य है, इसकी गहन जांच की आवश्यकता है।
इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जबकि सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।